Type Here to Get Search Results !

आज बुधवार है गणपति जी का वार है लिरिक्स, Aaj Budhwar Hai Ganpati ji ka War Hai Lyrics

Aaj Budhwar Hai Ganpati ji ka War Hai Lyrics

आज बुधवार है गणपति जी का वार है लिरिक्स


आज बुधवार है गणपति जी का वार है
प्रथम पूझे अधिकारी जी की महिमा अप्रम पार है,
आज बुधवार है गणपति जी का वार है

इक दंत और दया व्यंत ये चार बुजा धारी है
माथे पर सिंदूर सोहे मुसे की सवारी है,
देवो में महान है माँ गोरा जी के लाल है
प्रथम पूझे अधिकारी जी की महिमा अप्रम पार है,
आज बुधवार है गणपति जी का वार है

अंधे को तुम आंख हो देते कोडीन तुम काया है
बाँझन को तुम पुत्र हो देते निर्धन को तो माया है
करते चमत्कार है करते भव से पार हिया
प्रथम पूझे अधिकारी जी की महिमा अप्रम पार है,
आज बुधवार है गणपति जी का वार है

रिधि सीधी के संग आ गणपति दर्शन की अभिलाषी है,
लड्डूवन का है भोग लगाते हम सब दास दासी है
गणपति हमरी नैया की तू ही तो पतवार है
प्रथम पूझे अधिकारी जी की महिमा अप्रम पार है,
आज बुधवार है गणपति जी का वार है